लीगल नोटिस क्या है, प्रकार, प्रकिया और लाभ

सामाजिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए और किसी भी प्रकार की बाधाओं के समाधान के लिए कानून और कानूनी सत्ता का होना आवश्यक है जो समय समय पर किसी समस्या या आपसी विवाद को वैधानिक रूप से हल करने में सक्षम हो, इन्ही कारणों से कानून व्यवस्था के अलग अलग चरण होते हैं ताकि विवाद को शुरुआत मे ही सुलझाया जा सके। कानूनी विवाद के मुख्यतः तीन स्तर होते हैं जिसमें नेगोशियेसन( मोल भाव), मीडियेशन (मध्यतता) एवं अनततः एडजुडीकेसन ( न्यायिक निर्णय) होते हैं , जहां प्रथम स्तर पर यानी मोल भाव से विवाद को सुलझाना फायदेमंद होता है अथवा किसी दो गुट के बीच मध्यस्थता संग विवाद को सुलझाना भी सुलभ है लेकिन इन दोनों के बाद भी विवाद अगर यथावत है और निर्णय तक नही पहुंचता है तब नैयायिक निर्णय जिसमें दोनो पक्ष न्यायालय के समक्ष होते हैं और न्यायालय का अन्तिम निर्णय मान्य होता है। हालांकि न्यायालय स्तर को उच्चतर न्यायालय में चुनौती देना दो ही पक्ष के अधिकार मे है तथापि,  इन सबसे पहले किसी विवाद को शुरू करने से पहले, एक कानूनी नोटिस यानि सूचना भेजना आवश्यक है और इसके कई प्रकार हैं जो की विवाद के स्वरूप और प्रयोजन पर निर्भर करता है। कानून नोटिस किसी दूसरे पक्ष को विवाद को सुलझाने या किसी प्रकार के लेनदेन या बकाया राशी वापस देने, किसी कर्मचारी को कार्यालय का समान या सम्पत्ति वापस करने आदि के लिए दिया जाता है और इसके लिए आप किसी कानूनी संस्थान या वकील की मदद ले सकते हैं।

कानूनी नोटिस के अलग अलग प्रकार

कानूनी नोटिस प्रयोजन के हिसाब से अलग अलग प्रकार के होते हैं , जैसे की बकाया राशी की उगादी अर्थात वापस लेने के लिए,  किसी किरायेदार द्वारा घर खाली करने के लिए,  किसी विवादित जमीन के स्वामित्व के लिये या फिर किसी अपराध या गलती की सुधि लेने के लिए आदि, और इन सब कारणों में क़ानूनी नोटिस या सूचना भेजना आवश्यक है।

1. डिमांड नोटिस

यह मुख्यतः किसी बकाया राशी को वापस करने के लिए ग्राहक को भेजा जाने वाना नोटिस है जो मुख्यतः किसी ऋण वितरण कम्पनी के द्वारा भेजा जाता है खासकर तब जब ग्राहक तय समय सीमा के बाद भी, और कई बार फोन, इमेल के बाद भी जब बकाया राशी वापस नही करता है, ऐसे मे ऋण वितरण कम्पनी लीगल नोटिस भेजकर ग्राहक को सुचित करती है की वह निश्चित समय सीमा के अन्दर बकाया राशी का भुगतान कर दे अन्यथा कानूनन कारवाई की जा सकती है।

2. कापीराइट नोटिस

कापीराइट अर्थात किसी वस्तु पर कानूनन अधिकार होने बाद भी उस बौद्धिक सम्पदा का कोई और अनेक प्रकार से उपयोग करता है तो एसे में व्यक्ति या संस्थान उस व्यक्ति या संस्थान को कानूनी नोटिस भेज सकती है ताकी उस सम्पदा का उपयोग बंद हो। यह अक्सर तब होता है जब किसी एक कंपनी द्वारा बिना अनुमति किसी अन्य कम्पनी या व्यक्ति की बौद्धिक सम्पदा का कोई और उपयोग करता है। अतः ऐसे में कानूनी कार्रवाई करने से पहले लीगल नोटिस भेजना आवश्यक है।

3. मानहानि संदर्भित नोटिस

किसी व्यक्तिग पर व्यक्तिगत टिप्प्णी या आरोप लगाने पर वह व्यक्ति मानहानि का मुक़दमा दायर करने को स्वतन्त्र होता है खासकर जब वह आरोप से सर्वथा अलग हो। और ऐसे मे वह व्यक्तिग आरोप लगाने वाले के खिलाफ एक कानूनी नोटिस भेज सकता है।

4. जमीनी या सम्पत्ति संदर्भित नोटिस

यह मुख्यतौर पर जमीनी विवाद आदि के लिए भेजा जाने वाला नोटिस है। इसमे कभी कभी किराएदार को मकान खाली करने के लिए या किसी कारणवश सीमित समय सीमा के अन्दर घर की मरम्मत आदि के लिए सूचना दी जाती है। क्योंकी कानूनी कार्रवाई से पूर्व यह आवश्यक है और लीगल नोटिस के बाद ही अगर समाधान नही हुआ तो आप आगे यानी कानूनी कार्रवाई के लिए आगे बढ सकते हैं।

कनूनी नोटिस की आवश्यकता और समय

लीगल नोटिस मुख्य रूप से तब भेजा जाता है जब किसी दूसरे पक्ष के द्वारा नियम और शर्तों का उल्लंघन किया गया हो या तय समय सीमा के अन्दर उस विवाद को सुलझाया ना गया हो ऐसे मे लीगल नोटिस एक आगामी सूचना का काम काम करती है पहले पक्ष द्वारा दूसरे पक्ष तक जानकारी आसानी से पहुंचाया जा सके।

लीगल नोटिस भेजने के लिए आवश्यक तथ्य

  • नोटिस लिखित होना अनिवार्य है जहां पर सभी नियम व शर्ते अच्छी तरह से , स्पष्ट लिखी गई हो
  • नोटिस सटीक पते पर पूरी जानकारी संग भेजी जानी चाहिए ताकी यह आसानी से पहुँच सके
  • नोटिस पर भेजने वाले का हस्ताक्षर होना अनिवार्य है साथ ही लीगल एजेंसी की जानकारी भी आवश्यक है
  • नोटिस में लिखे गए सभी संदर्भ जैसे की नोटिस की विषय वस्तु, नोटिस का प्रयोजन,  समय सीमा आदि सही सही होना आवश्यक है।

लीगल नोटिस के फायदे और कानूनी लाभ

  • व्यक्तिगत विवाद का आसानी से हल होना जैसे की बिना किसी न्यायिक निर्णय के या अदालत तक पहुंचे बिना समाधान
  • किसी भी विवाद का समाधान जो की आसानी है हल हो सकता
  • सम्पत्ति के संरक्षक और सुरक्षा मे सहायक

लीगल नोटिस की प्रक्रिया को पूरा करने के किसी विश्वसनीय लीगल एजेंसी या वकील की सहायता लेना हमेशा फायदेमंद होता है जहां पर आप इस काम के लिए स्पष्ट लिखित नोटिस, समय सीमा के अन्दर प्राप्त कर सकते हैं और आने वाली कानून प्रकिया या नैयायिक निर्णय से पहले समस्याओं का व्यक्तिग समाधान आसानी से कर सकते हैं ।

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